ज्योतिष समाधान
प्रत्येक मनुष्य अपनी इच्छा के अनुसार तुरन्त फल प्राप्त करना चाहता है और जब उसकी इच्छापूर्ति नहीं होती तो उसे मानसिक और शारीरिक संताप झेलने पड़ते है क्योंकि कुछ व्याधियाँ ( Troubles like mental and physical diseases) पुनर्जन्म के शाप और इस जन्म में किए कर्मो के फलसवरूप भोगने पड़ते हैं। ऐसी व्याधिओं के उचित निदान नहीं मिल पाते और ना ही औषदियाँ(Medicine) कारगर होती है। अगर प्रबुद्ध वेदों को समझने वाला व्यक्ति जान ले की यह व्याधि शाप (Curse, अनिष्ट कामना से किया गया कार्य ) के कारण है, तो शाप जन्य व्याधि अथर्वेद काण्ड २ सूक्त ७ से जलावसेचन और हवन करने से तीन दिन में दूर की जा सकती है। इसके अतिरिक्त रक्षा करण्ड , मणिबंधन से भी आधि-व्याधि दूर करने के विधान अथर्ववेद में हैं। कुंडली में शाप योग जानने के लिए सम्पर्क करें 91 9417355500
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