सुमंतमणि की कथा - कलंक से मुक्ति
सुमंतमणि की कथा सुनने से कलंक से मुक्ति मिलती है ऐसा शास्त्रों में वर्णन आता है। जो मनुष्य भादों महीने में चाँद को देख ले तो उसे कलंक लगता है अपयश मिलता है , बिना अपराध किए दण्ड मिलता है, झूठे आरोप लगते है ऐसा लिखा गया है।
दोहा - चाँद चौथ का देखिए, सोहन भादों मास। ताते लगेओ कलंक यह , अ ति मन भओ उदास।
जो मनुष्ये भादों मास की चौथी तिथि को चन्द्रमा देख ले उस पर कलंक लगता है। भादों मास अनुमनात अगस्त की 16 तारीख से 15 सितम्बर तक माना जाता है।
दोहा - जो भादों की चौथी को चाँद निहारे कोय , यह प्रसंग कानन सुने , ताहि कलंक ने होए।
याद रखिए की भादों की चौथी तिथि को चाँद न देखा जाए और अगर देख लिआ है तो सुमंतमणि की कथा सुनने से कलंक से मुक्ति मिलती है। सुमंतमणि की कथा निशुल्क प्राप्त करने के लिए संपर्क करे 9417355500
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