किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में अगर राहु और चन्द्रमा इकठे किसी भी भाव में हों तो चन्द्रमा को ग्रहण लगा होता है। ऐसे मनुष्य पर भयंकर आरोप लगते हैं जिस कारन उसे कारावास, मुकदमेबाज़ी, परिवार में बड़े की अकस्मात् मृत्यु, शारीरक अधात आदि घोर विपदाओं जैसे फल भोगने पड़ते है। तीसरे घर में दोनों का इकठा होना बुध और केतु का फल ख़राब करता है। बारहवे घर में दोनों का इकठा होनामाता और मन की शांति के लिए मंदा असर करता है। इन का मन्दा असर यां भूचाल 45 साल उम्र तक टेवे वाले पर पड़ेगा। दिल के फ़र्ज़ी वहम से मानसिक रोग होंगे
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