#दिमाग़ में अचानक पैदा होने वाले विचारों का सम्बन्ध कुंडली के 12 वे भाव से होता है।जौ विचार हम ने कभी सोचे भी नहीं होते वो अचानक मन में पैदा हो जाते हैं।यह इसी घर में बेठे ग्रहों से अंदाज़ा लगता है।
12वे घर में बेठे ग्रहों से पता लगता है कि व्यक्ति अपने भाग्य के अनुसार कितने दुःख या सुख भोगेगा,
कितना आराम या बेआरामी पाएगा।
इस घर में अच्छे ग्रह बेठे हों तो व्यक्ति जिस को आशीर्वाद दे तो वह पूरा होने की सम्भावना होती है।
किसी को श्राप भी दे दे तो वह भी पूरा होने की सम्भावना बन जाती है।
गुरु इस घर में हो तो व्यक्ति को पाठ- पूजा से बहुत लाभ मिलता है ओर मोक्ष की प्राप्ति हो सकता है।
पड़ोसी के साथ सम्बन्ध भी इसी भाव से देखे जाते हैं।इस भाव में शनि या राहु हो तो पड़ोसी के साथ सम्बन्ध अच्छे नहीं रहते।
वेदिक ज्योतिष में इस घर को खर्चे का घर कहा गया है की कितना खर्च व्यक्ति का होगा।
रात्रि को सुख की नींद सोना या नींद ना आना (insomnia) भी इसी भाव से देखा जाता है।
बुध ग्रह 12 वे भाव में बहुत मंदा फल देता है। फ़ौलाद का बेजोड़ छल्ला धारण करने से मंदा असर कम होगा।
चन्द्र इस घर में रात की नींद ख़राब, वर्षा पानी वाला उपाय सहायक होगा।
अस्ट्रॉलॉजी रीसर्च सेंटर होशियारपुर 9417355500
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