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Thursday, 9 July 2020

ग्यारहवाँ घर व्यक्ति के "लालच" का प्रतीक होता है।

ग्यारहवाँ घर व्यक्ति के  अंत:करण में किस हद तक "लालच " हो सकता है ओर किस तरह से दूसरों से लाभ ले सकता है बग़ैर दूसरों की परवाह किए, इस बात का प्रतीक होता है।
मकान के बाहरी हिस्से की शोभा भी देखी जा सकती है।
जिस्मानी ताक़त भी 11भाव से भी देखी जा सकती है।
अगर चंद्र या शुक्र इस भाव में हो तो वीर्य की कमजोरी दर्शाता है।
75 साल के बाद आयु का हिस्सा भी इसी भाव से देखा जाता है।
भाग्ये की ऊँचाई या किस कदर भाग्य व्यक्ति का साथ देगा इसी भाव से देखा जाता है।
यह घर आमदन का घर भी है।माता पिता की आर्थिक हालत भी इसी भाव से देखे जाते हैं।अगर अच्छे ग्रह यहाँ हों तो माता-पिता के आर्थिक हालत भी जन्म के समय ठीक होंगे।
व्यक्ति आस्तिक या नास्तिक होगा भी इस भाव से जाना जा सकता है।
शनि इस घर का कारक ग्रह है ओर किसी हद तक बृहस्पति का भी इस घर से संबंध होता है।
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