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Tuesday, 26 February 2019

कर्ज-प्रकोप

गरीब मनुष्य कर्जा लेता हे अपनी रोजी रोटी चलाने को और अमीर लेगा और अमीर बनने को, मगर पहले एक कहावत कही जाती थी " कर्जा भला न बाप का " यानि अपने पिता से भी लिआ कर्जा भी भला नहीं होता। कर्ज से पीड़ित लोगो पर मानसिक,शारीरक, सामाजिक दुष्प्रभाव पड़ते है उदहारण के तोर पर किसानो द्वारा की जा रही आत्महत्या। इस लिए कर्जा उठाते कई बार सोचना चाहिए। अख़बारों में हम ने देखा की कई लोग कर्जा न उतारने कारन देश छोड़ कर विदेश भाग गए।
ज्योतिष शास्त्र पर आधारित  कई ऐसे योग कुंडली में होते है जिस से मनुष्य कर्ज तो लेता हे मगर उतार नहीं पाता जैसे दरिद्री योग, केमद्रुम योग,भिक्षुक योग, अकस्माक धन हानि योग। 
 केमद्रुम योग तब होता हे जब कुंडली में चन्द्रमा अकेला बैठा हो ,चन्द्र से दूसरे और बाहरवें घर में कोई ग्रह ना हो और कोई शुभ ग्रह की दृस्टि भी ना हो।  यह योग जिसकी कुंडली में होता है वह कर्ज की मार में दरिद्र होता है।  शास्त्रों में कहा गया है " द्रव्ये दाते तु चन्द्रमा:" भाव धन प्रदान करने में चन्द्रमा की मुख्य भूमिका होती है। कुंडली में कितने भी राजयोग यां धन योग हो तब भी उन का पूर्ण लाभ प्राप्त नहीं होता। 
 महादरिद्री योग तब बनेगा जब लाभेश यदि छटे, आठवे और बारवें भाव स्थान में हो और लाभेश नीच या अस्त हो तो महा दरिद्री योग बनता है। कुंडली में जब यह योग हो तो मनुष्य धनहीन हो कर कर्ज लेता है। 
भिक्षुक योग तब बने गा जब दसमेश, तृतीयेश, भाग्येश नीच राशि में या अस्त हो तो जातक के धन का नाश होता हे और जब धन नाश होगा तो जीवनयापन के लिए कर्ज लेना पड़ेगा। यह कुंडली नेट से प्राप्त की है जो की श्री विजय मालया की है और इस कुंडली में केमद्रुम योग,भिक्षुक योग, अकस्माक धन हानि योग और महादरिद्री योग नहीं बनता। इस लिए कर्ज लेने के बाद भी आराम की जिंदगी जी रहा है और अगर इन योगों में से कोई भी योग होता तो आज स्थिति कुछ और होती। 







धन नाशक योग होगा जब लग्नेश अल्पबली हो, धनेश सूर्य के साथ बाहरवे स्थान में हो और  बाहरवे स्थान का स्वामी नीच राशि का हो और उस पर पापी ग्रह की दृष्टि हो तो राजा द्वारा दण्ड मिलता है और धन का नाश होता है  जिस कारन कर्ज लेना पड़ता है।
सम्पति नाशक योग हो तो भी कर्ज लेना पड़ता है। धनेश और लाभेश अगर नीच राशि में हों और छटे,आठवे या बाहरवें में हों ग्यारवें भाव में मंगल और दूसरे भाव में राहु हो तो यह योग बनेगा। 
किसी योग्य ज्योतिष को कुंडली दिखा कर उपाए करने से कर्ज के लिए मजबूर करने वाले इन  योगों से छुटकारा पाया जा सकता है। 

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