अल औलाद, स्त्री परिवार के सुख प्राप्त करने के लिए लालकिताब में कुछ उपाए बताये गए है जिन को रोजाना नियम के साथ करने से सब सुखों की प्राप्ति की जा सकती है
अपनी खुराक में से कुछ हिसा गाय, कुत्ते और कौवा के लिए निकाल जुदा रख लें और तीनों को दें। यह उपाए भारत और कुछ देशों में ही करना संभव है जहाँ पर गाय , कुत्ता और कोवा बाहर घूमते हुऐ मिल जाता है। मगर आज के आधुनिक युग में उन देशों में क्या उपाय किया जाए की पुण्य फल मिले? ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मन, अमेरिकन, यूरोपियन देशों में बाहर आवारा पशु नहीं मिलते तो ऐसे देशो में उन लोगों को खाना, कपड़ा, यां उन की जरुरत का सामान तकसीम(ditribute) किया जाये जो गरीब है या जिन का घर बार नहीं है।
मंगल-राहु मुस्तरका यां राहु की शरारतों से बचने के लिए रसोई यां जहां भोजन बनता हो वही अग्नि के पास बैठ कर यां जिस कमरे में खाना बने उस कमरे में ही बेठ कर खाने से राहु की शरारतों से बचा जा सकता है। इससे राहु का फल नेक किया जा सकता है।
लालकिताब में मनुष्य की खुशहाली के लिए कई उपाए बताये गए है जिनको संसार(world) किसी भी कोने में रहते लोगों द्वारा करना संभव है
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