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Sunday, 10 February 2019

2019 चुनाव में प्रियंका वाड्रा गाँधी की भूमिका : ज्योतिष विश्लेशण

भारत में लोक सभा चुनाव 2019 में होने वाले है इन चुनावों में पहली बार मरहूम श्रीमती इंदिरा गाँधी की पोती श्रीमती प्रियंका 
वाड्रा गाँधी जिसका का जन्म 12 जनवरी 1972 को 1:59, को दिल्ली में हुआ था ने 48 वे वर्ष में चुनावी प्रक्रिया में जोर शोर से भाग लेना शुरू किया है। कई मैगजीन्स,अख़बारों में जन्म समय 5:05  सायंकाल लिखा हुआ है। पहले हम जन्म समय 1: 59 सुबह का विश्लेषण यहाँ पर करते है। अब प्रश्न उठता है की इस से पहले चुनावों में इतने जोरदार तरीके से भाग क्यों नहीं लिया? क्या इन चुनावों में प्रियंका वाड्रा गाँधी चुनाव जीत पायेंगी? यदि  कुंडली का विश्लेषण ऋषि पराशरी और लालकिताब ज्योतिष पर्दिति द्वारा किया जाए तो ज्ञात होता है की पूर्व प्रधान मंत्री मरहूम श्रीमती इंदिरा गाँधी की कुंडली में शनि और चंद्र का राशि परिवर्तन था, जन्म कुंडली में शनि कर्क राशि में  लग्न में और चन्द्रमाँ शनि की राशि में सातवे घर में बैठा था। तथा मंगल और सूरज भी एक दूसरे की राशि में बैठे हुए थे और गुरु , शुक्र का भी राशि परिवर्तन मिलता है।  श्रीमती प्रियंका गाँधी की कुंडली में  भी शनि और शुक्र का राशि परिवर्तन है।  शुक्र पंचम भाव में कुम्भ शनि की राशि में और शनि अष्ठम में शुक्र की राशि में स्तिथ है। इस लिए दादी के गुण इनमे आने संभावित है।

          श्रीमती प्रियंका गाँधी की कुंडली में मंगल ग्रह छटे भाव में बैठा है और लालकिताब में मंगल का फल लिखा है; अगर(1) मंगल ठीक तो सन्यासी और अगर बद तो फसादी।  मंगल अच्छे फल का होने के कारण वह राजनीति में आने से परहेज करती रही।  ऐसा प्राणी संतुष्ट रहने वाला, साहस वाला, पाताल और पानी में भी आग जला देने की हिंम्मत का मालिक होगा।(2 ) खुद साहिबे इक़बाल व हुक्मरान व न्यायकर्त्ता होगा।  साधु सन्यासी की तरहें अपना आप मारने वाला अकेला ही धर्मवीर होगा। (3) जिस दम खुद बढ़ेगा बड़े भाई व दीगर साथी बढ़ेंगे।  इस में एक शर्त है की मंगल जागता हो।  इस वर्ष मगल दसवें खाना में है जो की उच्च का हो कर बैठा है और जाग्रत अवस्था में है। 
             सूर्य बुध और गुरु तीन ग्रह मुस्तरका बैठे होने पर लालकिताब में लिखा फल इस तरहे है ; अमूमन राजयोग।  सूरज बुध दोनों मुस्तरका में मंगल नेक होगा।  इस तरह मंगल छठे खाना में नेक होने से राजनीति में आने पर सफलता मिलेगी ऐसा कहा जा सकता है। बृहस्पति- सूर्य मुस्तरका में लालकिताब में शाही धन कहा गया है। दोनों के मिलने से पूरा चन्द्र (Full Moon) बनता है।  इन का मुस्तरका (jointly) असर सूर्य का 3 भाग और गुरु का 2 भाग असर होगा। जीवन के पहले पड़ाव यानि 35 वर्ष तक गुरु का असर फिर बाद में सूर्य का प्रबाव होगा।  
              श्रीमती प्रियंका गाँधी की कुंडली में अब सूर्य का प्रबाव है इस लिए सूर्य उन्हें बुलंद करेगा। राजनीति में सफलता देगा और इस से पार्टी की साख में वृद्धि होगी। मंगल साधु सवभाव होने के कारण ना तो  श्रीमती प्रियंका गाँधी का मन राजनीति में आने का करेगा, हो सकता है मज़बूरी वंश उन्हें राजनीति में आना पड़ा है। 
              मंगल इस वर्ष फल कुंडली में जाग्रत अवस्था में हे मगर जन्म कुंडली में सोया हुआ है।  अगर मंगल को जगा लिआ जाए तो सोने पर सुहागा होगा। वर्षफल कुंडली में सूर्य सातवे खाना में होने पर अप्यश मिलने की संभावना बनी रहेगी। कीचड़ उछाला जायेगा इस लिए सावधानी के साथ सुजबुझ से सब कार्य करने होंगे। चन्द्र आठवें खाना में होने से माता को कष्ट होगा। अगर कुछ ज्योतिष उपाय किए जाएँ तो सफलता ज्यादा मिलेगी। 
               अगर 17: 05 सायंकाल जन्म समय से कुंडली बनाई जाए तो सूर्य बुध और गुरु इकठे 7 वे घर में बैठे होने से  अप्यश मिलने की संभावना बनी रहेगी। मंगल 10 खाना में आने से लोगो को प्रभावित करने में मददगार होगा। लालकिताब के मुताबिक राहु 3 रे भाव में आने पर दुश्मनों पर भारी पड़ेगी। कुंडली  सही विश्लेषण करने के लिए अगर जातक संवय संपर्क करे तो फलित करने में आसानी होती है। 

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