फलादेश ग्रह मुस्तरका लालकिताब में कुंडली को देखने और जीवन का हाल बताने में मददग़ार होता है। सारे ग्रह एक ही खाना में बैठे होने या आठ, सात,पांच,चार,तीन,दो और एक ग्रह का कुंडली के एक भाव में स्थित होने से फलित कथन करने में मदद मिलती है। प्रेत्यक ग्रह का असर टेवा वाले पर देखने के लिए मुस्तरका और अकेले ग्रह का अध्यन करने से सही उपाय करने में मदद मिलती है। सूरज,बुध,शुक्र का कुंडली के एक हे खाना में इकठे बैठा होने से लालकिताब में लिखा गया हे की अब बुध का खाली चक्र सूरज की मदद लेकर शुक्र को बर्बाद करेगा। शुक्र से यहाँ भाव पति यां पत्नी से है। ग्रहस्थी के हालत का फैंसला अब केतु की दशा कुंडली में देख कर की जायेगी। अगर कुंडली में केतु मन्दा तो ग्रहस्थी का भी हाल मन्दा ही होगा।
अगर केतु उम्दा(exalted) हो तो बुध को मदद देगा मसलन केतु नंबर 12 और बुध खाना नंबर 3 में हो तो कोई मंदी हालत ना होगी। अगर तीनो ग्रह इकठे होने से केतु मन्दा तो औलाद नरीना(baby boy) होगी नहीं अगर हुई तो बुढ़ापे में होगी।
औरत के टेवा में अगर तीनो ग्रह इकठे तो लड़का पैदा होने पर और अगर मर्द के टेवा में तीनो ग्रह इकठा होने पर लड़की पैदा होने पर बरबादी की शुरुआत होगी।
मंदी हालात के वक़्त जुबान की बीमारी होने पर शनि की आशियां यानि नशे की चीजे ( alochol) लेने से मदद मिलेगी। लालकिताब में शराब का सेवन करने की मनाही हे मगर इन तीनो ग्रहों का इकठे बैठा होने से अगर जुबान की बीमारयां हों तो थोड़ी मात्रा में शराब के सेवन की बतौर दवाई के रूप में लेने की इजाजत दी गई है।
सूरज, बुध और शुक्र अगर कुंडली के खाना नंबर 8 में हों तो अगर शादी बुध की उम्र 34 यां 17 साल की उम्र में हो जाये तो तीन साल के अन्दर- अन्दर औरत की मौत दोपहर के समय बाजार में कोई हादसा होने से होगी।
अगर शनि ग्रह कुंडली(horoscope) के खाना नंबर 12 में हो और तीनो ग्रह सूरज,बुध,शुक्र खाना नंबर 3 में हो तो मकान के आखिरी हिसे में बादाम तह जमीन में दबा देने से औलाद की पैदाएश में बरकत होगी।
तीनो ग्रह अगर खाना नंबर 9 में मन्दा असर दे रहे तो फ़क़ीर को सात रोटी देने से मुबारिक होंगी और मदद मिलेगी।
अगर तीनो मुस्तरका ग्रह खाना नंबर 10 में हो तो साली का रिश्ता अपने घर की रिश्तेदारी में हो जाय तो गैरमुबारक़ होगी। घर की बर्बादी की शुरुआत होगी।
मन्दी हालत की शुरुआत घर में निवार के गोले पड़े होने से होगी जो की दादा-दादी या नाना-नानी के समय से पड़े होंगे। ऐसे गोलों को खोल देना चाहिए या चारपाई बनवा लेनी चाहिए। बंडल घर में ना रखे यां खोल कर रखें।
आमतौर पर हाथ में खालिस चाँदी का छला मुबारिक होगा। शादी में आयी रुकावटों को दूर करने के लिए ताम्बे की गागर में मूंग साबत भर कर पीतल का टांका लगवा कर शादी का संकल्प ले कर चलते पानी दरिया, नदी नाले में बहा देने से शादी की रुकावटें दूर होंगी।
लालकिताब के यह उपाये इतने मददगार हैं की जीवन में आने वाली रुकावटों को दूर किया जा सकता है। मेरे
अनुभव में देख़ने को आया है की ऊपर लिखे उपायों से शादी में आयी रुकावटों को काफी हद तक दूर किया जा सकता है। मगर सही अचूक उपाये लालकिताब की पूरी जानकारी रखने वाले अनुभवी ज्योतिषी जिस को पूरा ज्ञान हो ही बता सकता है।
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