लाल किताब में शनि की अदालत का जिक्र किया गया है और ऐसे ही प्राचीन भारतीय ज्योतिष शास्त्रों में भी शनि को न्याय का देवता कहा गया है। राहु अगर मुलजिम का चालान पेश करने का गवाह होगा तो केतु बचाने वाला वकील होगा। दोनों के दरम्यान बहस सुन कर धर्मी फैंसला करने के लिए शनि हाकिम वक्त की अदालत का सब से बड़ा जज होगा। पापी ग्रहों राहु, केतु और शनि ने गुनहगारों को सीधे रास्ते पर लाने के लिए और गृहस्थी निजाम व्यवस्था को कायम रखने के लिए अपनी ही पंचयात बनाई हुई है। इसी के मध्येनजर पेशवा ब्रहस्पति, शनि के घर खाना नंबर 11 (कुम्भ राशि) में अपनी धर्म अदालत कायम की हुई है, जहां शनि अपनी माता के दूध को याद करके यां कसम खा कर और ब्रहस्पति का हलफ (धर्म और मजहबी विश्वास की बुनियाद पर किया गया इकरार का वादा ) ले कर राहु और केतु की बहस सुन कर फैसला करता है। लाल किताब में क्याफा यानि हाथ की लकीरों से भविष्यावाणी करने बारे जिक्र किआ गया है।
शनि आम हालत 12 खानों में
एक गुना घर छटे में मंदा पर मन्दा नहीं सदा ही है
शनि आम हालत 12 खानों में
एक गुना घर छटे में मंदा पर मन्दा नहीं सदा ही है
घर चौथे में सांप पानी का पांचवे बच्चे खाता है
दूसरे घर में गुरु शरण तौ आठवे हेडक्वॉर्टर है
नौ सातवें घर 12 वे बैठा कलम विधाता होता है
खाली कागज हो घर दसवें का छटे स्याह होता है
घर ग्यारह में लिखे विधाता जन्म बच्चे का होता है
किस्मत का हो हर दम राखा पाप हवा ही धोता है
शनि नेक हालत में अपने जाति सवभाव के असूल के अनुसार नेक असर का होवे तो गुरू के घरों खाना नंबर 2 , 5 , 9 , 12 में बैठा कभी बुरा असर ने देगा। शनि ग्रह का एजेंट केतु है जो उम्र की किश्ती का मलाह है। शराब पीना पहली बुरा होने की निशानी होगी। शनि की आशियाँ का दान गरीबों को देते जाना उम्दा असर देगा , बादाम ,तवा ,चिमटा , अंगीठी गरीबों या किसी साधु को देना मददगार साबित होगा।
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