मनुष्ये की लालसा होती है की उसे सब तरह की सुंदर,आरामदेह और विलास की वस्तुओं मिलती रहें जैसे की आलीशान घर, कार ,जेवरात इत्यादि।मूल्यवान वस्तुयें किस ग्रह की महादशा या अन्तर्दशा में प्राप्त होंगी ? जन्मपत्री से यह जाना जा सकता है की किस ग्रह की दशा, अन्तर्दशा या पर्यन्तर्दशा में आप को घर, बंगला, कार, जमीन जायदाद की प्राप्ति हो सकती है।
जन्मपत्री में मंगल, शुक्र और शनि ग्रह का विश्लेषण करने से, इन ग्रहों के साथ बैठे ग्रहों, इन पर किन ग्रहों की दृस्टि है, चतुर्थांश कुण्डली में लग्न की स्थिति, चुतर्थांश के सुख भाव की स्थिति, लग्न और चतुर्थ और इस के स्वामी की स्थिति का विश्लेषण करने से यह जाना जा सकता है की किस दशा, अंतर्दशा या प्रत्यन्तर्दशा में मूल्येवान वस्तुय प्राप्त होंगी।
चतुर्थांश कुण्डली में मंगल और शुक्र के स्थान बल से भी मूल्येवान वस्तुओं की प्राप्ति का काल निर्धारण किया जा सकता है।
कारक ग्रह की स्थिति को भी ध्यान में रखना चाहिए। योगकारक ग्रह को बलवान करने से मूल्यवान वस्तुओं को किसी हद तक प्राप्त किया जा सकता है।
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