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Wednesday, 14 August 2019

अनुभूत ज्योतिष सूत्र


धन योग 

कुंडली में जब 2 रे भाव का स्वामी 2, 5, 11 वे भाव में या 5 वे भाव का स्वामी2, 5 वे में  हो।
9 भाव का स्वामी ग्रह जब 9, 11 में हो तो धन की कमी जातक को नहीं होती।

सरल योग 

6, 8 या 12 भाव का स्वामी अगर 6, 8, 12 में कहीं भी बैठा होने से मनुष्य मजबूत शरीर वाला, दीर्घायु, दानवान, विद्यावान, पुत्र सुख वाला होगा।

दुर्योग 

10 वे भाव का स्वामी अगर 6,8,12 में सिथित हो तो सफलता साथ नहीं देती। 

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