धन योग
कुंडली में जब 2 रे भाव का स्वामी 2, 5, 11 वे भाव में या 5 वे भाव का स्वामी2, 5 वे में हो।
9 भाव का स्वामी ग्रह जब 9, 11 में हो तो धन की कमी जातक को नहीं होती।
सरल योग
6, 8 या 12 भाव का स्वामी अगर 6, 8, 12 में कहीं भी बैठा होने से मनुष्य मजबूत शरीर वाला, दीर्घायु, दानवान, विद्यावान, पुत्र सुख वाला होगा।
दुर्योग
10 वे भाव का स्वामी अगर 6,8,12 में सिथित हो तो सफलता साथ नहीं देती।
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