ज्योतिष योग किसी जन्मकुण्डली में मकर राशि में मंगल दूसरे स्थान पर हो तो कुण्डली अगर महिला की है तो उस का पिता का स्वभाव आमतौर पर भद्दी, गन्दी, गालीगलोच भाषा का प्रयोग करने वाला होता है और अगर कुण्डली पुरष की हो तो ऐसी अभद्र भाषा उसका चाचा या ताया प्रयोग करने वाला होगा। मंगल मकर राशि में दूसरे भाव में जातक को उच्च विद्या हासिल करवाता है।
मंगल पर शनि की दृस्टि और चन्द्रमा के साथ राहु किसी भी भाव में हो और लग्न में राशि मंगल या शनि की हो तब भी यह योग बनेगा। अगर औरत की जन्म कुण्डली में दो से ज्यादा ग्रह नीच राशि में और मंगल पर राहु , शनि की दृस्टि हो या मंगल राहु के साथ हो तो औरत गन्दी भाषा का प्रयोग करने वाली होगी। जन्म कुण्डली का विश्लेषण करवाने के लिए सम्पर्क करें। Whatsapp number +91941735550
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.