पांच शनिश्चर पांच रवि, पांच मंगर जो होए।
छत्र टूट धरनी परे , अन्न मेहंगो होए।
भंडुरी कहते है की यदि एक महीने में पांच शनिवार, पांच रविवार और पांच मंगलवार पड़े तो अशुभ होता है। यदि ऐसा होता है तो राजा का नाश या अन्न महंगा होगा।
अद्रा भद्रा कृतिका , असरेखा जो मघहि।
चन्दा ऊगे दूज को , सुख से नरा अधाहि।
द्रितीया का चन्द्रमा यदि आर्द्रा , भद्रा भाद्रपद ,कृतिका , अश्लेषा यां मघा में उदित हो तो मनुष्य को सुख प्राप्त होते है।
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