रत्न विज्ञानं
खण्डित, बदरंग, नकली, बिना शुद्धि किये, चोरी किया हुआ, कीमत न चुकाया हुआ,
रास्ते से प्राप्त, अनुचित धातु में पहना रत्न अभिशप्त हो सकता है।
विरोधाभासी रत्नो को एक ही हाथ में मत पहनो। सम्बन्धित मन्त्र से अभिमंत्रित कर कर रत्न धारण करने से जल्दी लाभ होता है।
आस्था और विश्वास से धारण रत्न ही फायदेमंद होता है।
सही रत्न धारण करने से अशुभ ग्रहों के बुरे प्रभाव से बचाव होता है।
रत्न धारण करके यथाशक्ति दान भी करना चाहिए।
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