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Saturday, 28 September 2019

                                         
              MEDICAL ASTRO SCIENCE
डेमोफोबिआ एक ऐसा डर जिसमे व्यक्ति भीड़ में जाने से कतराता है।
मकर राशि में तीन से ज्यादा ग्रह हों तो ऐसा होता है। उपाय संभव है।  
MEDICAL ASTROLOGY TIPS
तेज आंधी, बादल गरजने, बिजली चमकने से डर लगना, अनहोनी का डर मन में बना रहना,
एस्ट्रा फोबिया और पेनो फोबिया जन्म कुण्डली में कमजोर चन्द्रमा के कारण होता है। ज्योतिष उपाय संभव है। 

Friday, 27 September 2019

ज्योतिष, आयुर्वेद और योग: सम्पूर्ण ज्योतिष उपाय

 सम्पूर्ण ज्योतिष उपाय सिर्फ एक कर्म करने से ही पूर्ण नहीं होते, इस में दान-पुण , पाठ-पूजा, रत्न धारण करना, व्रत, तीर्थ सनान के अतिरिक्त बडे बजुर्गों का इज्जत मान, सदाचारी जीवन व्यतीत करना, भावनाओं पर निंयत्रण करना, योग आसान और प्राणायाम करना, सफाई और आयुर्वेद को जीवन में शामिल करना जरुरी है 

               कर्मजा व्याधय: केचित दोषजा सन्ति चापरे (चरक सहिता 2 . 40)


अर्थात कुछ कष्टों का कारण पिछले जन्म के किये पापकर्म होते है तथा कुछ व्याधियाँ दोषज होती है जो मनुष्य के शरीर में त्रिदोष वात, पित और कफ जो अहार, विहारजन्य दोषों से उत्पन होती है 

योग शास्त्र की पहली सीढ़ी मन को काबू में रखना होता है और दूसरा सूत्र योगशि चतविधिनिरोध: चित्तवृत्ति अर्थात मन की स्तिथि और गति: इन का नियंत्रण में होना ही योग है 

निष्कर्ष में ज्योतिष उपायों की सम्पूर्णता दान, जप के अतिरिक्त योग और आयुर्वेद को  अपनाने से ही प्राप्त की जा सकती है 

Wednesday, 25 September 2019

ਕੁੰਡਲੀ ਦੇ ਸੱਤਵੇਂ ਭਾਵ ਵਿੱਚ ਸੂਰਜ ਪਤੀ-ਪਤਨੀ ਸੁਖ ਘਟਾਉਂਦਾ ਹੈ
 ਸਤਵੇਂ ਸੂਰਜ ਵਾਲਾ ਜੇ ਤਲਾਕ ਚਾਂਉਂਦਾ ਹੈ ਤੇ  ਮਾਣਿਕ(Ruby Stone) ਪਹਿਨੋ  

Monday, 23 September 2019

कुण्डली में शनि-चन्द्र, राहु-चन्द्र, केतु चन्द्र की युति हो
तो मे जातक का मन बिना किसी कारण  परेशान रहता है। 

Tuesday, 17 September 2019

                        

कारकांश लग्न से  दूसरे और पांचवे भावों में बुध और 

शुक्र स्तिथ हो तो जातक ज्योतिष-शास्त्र का विशषज्ञ विद्वान होता है 

Saturday, 14 September 2019

व्यापार, व्यवसाय का चयन
नवमांश(भाग्य) और दशमांश(व्यवसाय) कुण्डली में दशमेश सूर्य एवं बुध की युति जातक को उच्च अधिकारी बना देती है। 

Tuesday, 10 September 2019

नौ मुखी रुद्राक्ष की महिमा

नौमुखी रुद्राक्ष धारक को नौ तीर्थों पशुपति,मुक्तिनाथ,केदारनाथ,बद्रीनाथ,जगन्नाथ,सोमनाथ,पारसनाथ,वैधनाथ,द्वारका आदि तीर्थों का फल प्राप्त होता है। इसे धारण करने से वीरता, साहस में वृद्धि होती है। तंत्र विद्या प्राप्ति में सहायक होता है। नौ मुखी रुद्राक्ष की माला से नवरात्रों में माँ भगवती की कृपा प्राप्त होती है। 

Sunday, 8 September 2019

योगनी दशा "संकटा" का फल मुश्कलें पैदा करने वाला होता है, "ॐ ह्रीं संकटे मम रोग नाशय स्वाहा"  जप करवाने से बचाव होगा। 

Friday, 6 September 2019

मंगल ग्रह लग्न में  मेष और कर्क राशि का हो  तो व्यक्ति शीघ्र क्रोधी स्वभाव, धैर्यहीन, जल्दी सफलता प्राप्त करने का इच्छुक होगा।

Thursday, 5 September 2019

स्वप्न-शकुन(DREAMS DININATION)

स्वप्न-शकुन के बारे में बहुत मत और विचारधाराए है स्वप्न में देखे गए हर दृश्य का अलग महत्त्व होता है। कुछ स्वप्न जागने पर याद रह जाते है और कुछ याद नहीं रहते। जागने पर भूल जाने वाले स्वप्न केवल मन की कल्पना ही माने जाते है तथा एक मत यह भी माना गया है की अगर ज्यादातर स्वप्न नींद खुलने पर याद न आएं तो राहु का फल मन्दा हो रहा है। जो स्वप्न नहीं भूलते उन में से बहुत से स्वप्न हमारी शारीरिक स्तिथि यां आवश्यकता को सूचित करते है। जैसे प्यास लगी हो तो स्वप्न में हम जल को देखते है।यह शरीर में जल तत्व की कमी का सूचक है।  स्वप्न में हम अपने को उड़ते हुए देखते है तो शरीर में वायु तत्व की कमी हो सकती है। सांप सपने में देखना डर और कालसर्प योग का होना दर्शाता है। अपने को भोजन करते देखना शरीर में मन्दाग्नि या पाचन क्रिया में गड़बड़ी दर्शाता है। कफ और पित के विकारों में जल और अग्नि दिखाई देते है। 

स्वप्न हमें शारीरक और मानसिक विकारों के बारे संकेत देते है। स्वप्न के द्वारा डर उद्वेग आधी मानसिक दुर्बलताओं का कारण भी जाना जाता है। ब्रह्ममहूर्त में देखा गया स्वप्न शकुन की दृस्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। यदि एक ही तरह के स्वप्न बार बार दिखाई दे तो उन के बारे में गहराई से विचार किया जाना चाहिए।स्वप्न का विचार करने से पहले  शारीरक सुचना या मानसिक स्थितिको समझाना भी अनिवार्य है। धार्मिक स्थानों को और देवी देवताओं को स्वप्न में देखना मनुष्य की भावनओं से प्रभावित व् प्रेरित होते है। स्वप्नों के बारे भ्रम और वहम  में नहीं पड़ना चाहिए। स्वप्न शास्त्र के ज्ञाता लोग ही स्वप्न के शुभ-अशुभ का विस्तार से वर्णन कर सकते है। 


Wednesday, 4 September 2019

  लग्न, पंचम और नवम  में कर्क का गुरु हो तो ऐसा व्यक्ति विश्वास-योग्य,
 उदार-हृदय, सादा जीवन, सत्यप्रिय, अच्छे चरित्र वाला ,विद्वान होता है।  

Tuesday, 3 September 2019

ज्योतिष कहावतें

                  पांच शनिश्चर पांच रवि, पांच मंगर जो होए। 

                        छत्र टूट धरनी परे , अन्न मेहंगो होए। 

भंडुरी कहते है की यदि एक महीने में पांच शनिवार, पांच रविवार और पांच मंगलवार पड़े तो अशुभ होता है। यदि ऐसा होता है तो राजा का नाश या अन्न महंगा होगा। 

                    अद्रा भद्रा कृतिका , असरेखा जो मघहि।
                    चन्दा ऊगे दूज को , सुख से नरा अधाहि। 

द्रितीया  का चन्द्रमा यदि आर्द्रा , भद्रा भाद्रपद ,कृतिका , अश्लेषा यां मघा में  उदित हो तो मनुष्य को सुख प्राप्त होते है। 

Monday, 2 September 2019

रत्न विज्ञानं

रत्न विज्ञानं 

खण्डित, बदरंग, नकली, बिना शुद्धि किये, चोरी किया हुआ, कीमत न चुकाया हुआ,

 रास्ते से प्राप्त, अनुचित धातु में पहना रत्न अभिशप्त हो सकता है। 

विरोधाभासी रत्नो को एक ही हाथ में मत पहनो। सम्बन्धित मन्त्र से अभिमंत्रित कर कर रत्न धारण करने से जल्दी लाभ होता है।
आस्था और विश्वास से धारण रत्न ही फायदेमंद होता है। 

सही रत्न धारण करने से अशुभ ग्रहों के बुरे प्रभाव से बचाव होता है।
रत्न धारण करके यथाशक्ति दान भी करना चाहिए। 

Sunday, 1 September 2019

आज 2 सितम्बर 2019 को  है शुक्ल पक्ष की चतुर्थी मत देखें बगैर पूजा के चाँद 

भादों मॉस की चतुर्थी को चाँद देखने से कलंक लगता है और सुमंतमणि की कथा - कलंक से मुक्ति 

सुमंतमणि की कथा  सुनने से कलंक से मुक्ति  मिलती है ऐसा शास्त्रों में वर्णन आता है। जो मनुष्य भादों महीने में चाँद को देख ले तो उसे कलंक लगता है अपयश मिलता है , बिना अपराध किए दण्ड मिलता है, झूठे आरोप लगते है ऐसा लिखा गया है।  

दोहा - चाँद   चौथ   का   देखिए,   सोहन   भादों   मास।  ताते   लगेओ  कलंक   यह , अ ति  मन   भओ   उदास। 

जो मनुष्ये भादों मास की चौथी तिथि को चन्द्रमा देख ले उस पर कलंक लगता है।  भादों मास  अनुमनात अगस्त की 16  तारीख से 15  सितम्बर  तक माना जाता है।  

  दोहा - जो   भादों   की   चौथी    को   चाँद   निहारे   कोय ,  यह   प्रसंग   कानन   सुने ,   ताहि   कलंक   ने   होए। 

याद रखिए की भादों की चौथी तिथि को चाँद न देखा जाए और अगर देख लिआ है तो सुमंतमणि की कथा  सुनने से कलंक से मुक्ति  मिलती है। सुमंतमणि की कथा निशुल्क प्राप्त करने के लिए संपर्क करे 9417355500