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Monday, 28 October 2019

बाधक ग्रह के उपाय

 

बाधक ग्रह हर कार्य में बाधा डालने वाला ग्रह होता हे जिस का समय से ज्योतिष उपाय न करने से कुण्डली में अच्छे ग्रह भी अपना पूर्ण फल नहीं दे सकते।
चर लग्नों मेष, कर्क, तुला, और मकर के लिए 11 वे भाव का स्वामी बाधक ग्रह है।
अचर लग्नों वृष, सिंह, वृश्चिक और कुम्भ लग्नों में 9 वे भाव का स्वामी बाधक ग्रह होगा।
मिथुन, कन्या, धनु, मीन लग्नों में 7 वे भाव का स्वामी ग्रह बाधक होगा।
बाधक ग्रह का बुरा प्रभाव तब ही पड़ेगा जब इन के साथ मंदे ग्रह भी हों।
लग्न के अनुसार बाधक ग्रह की पूजा, दान , रत्नों द्वारा उपाय संभव होते है। इस के लिए जन्म पत्रिका  का पूर्ण सूक्ष्म अध्ययन अनिवार्य है। कुण्डली के अध्ययन के लिए संपर्क करे। 9417355500

Monday, 21 October 2019

अपने माँ बाप को अपने पास न रख कर जो व्यक्ति अपने मकान में किरायेदार रखता है उस का सूर्ये और चन्द्रमा कभी भी अच्छा फल नहीं देता। चाहे कुण्डली में उसका सूर्य और चन्द्र उच्च के ही क्यों ना विराजमान हों। 

Saturday, 19 October 2019

यजुर्वेद ( ३४। ५१ ) में लिखा है जो सुवर्ण धारण करते हैं, राक्षस और पिशाच उन पर आक्रमण नहीं कर सकते। यह देवताओं का प्रथम तेज है। जो इस तेज को धारण करता है , वह देवलोक और मनुष्य लोक  - सकल स्थानों में दीर्घायु होता है। इन सब तामसिक कर्मों को  दूर करने के लिए जो सात्विक कार्य होना चाहिए , इस को करने वाला चोर हो, ठग हो, मतलबी हो या धूर्त हो या लुटेरा हो इस का दोष शास्त्र पर नहीं आ सकता। समाज में पाखंडी लोगों  का बहिष्कार करें तभी शास्त्रों का सही ज्ञान लोगों तक पहुंचेगा। 

Friday, 18 October 2019

विवाह हीनता योग
जिस कन्या के सातवें भाव में शनि बैठा हो और उसको दो पापी ग्रह पूर्ण दृस्टि से देखते हों तो विवाह होने में अड़चन आती है। 

Thursday, 17 October 2019

बेड रूम में T.V/ LED अगर पूर्व दिशा में हो तो स्वास्थ्य, धन की बचत, मानसिक शांति, सोच में खराबियां होंगी।  

Tuesday, 15 October 2019

किसी भी महिला की जन्मपत्री में सातवें भाव का स्वामी नीच राशि में बैठा हो तो विवाहिक जीवन सुखमय नहीं होता। 

Monday, 14 October 2019

                                 सन्यासी(Hermit) योग 

अगर कुण्डली  में पापी ग्रह सातवें और शुभ ग्रह नवम में हों तो ऐसा जातक सन्यासी बनता है और परदेश में जीवन गुजरता है। 

जन्म पत्रिका में मंगल नीच या दुश्मन राशि में हो और सूर्य  छटे भाव में हो तो व्यक्ति बहस करने वाला, हरेक बात पर किन्तु परन्तु करेगा। 

Saturday, 12 October 2019

 वर्षभर मानसिक व् शारीरक स्वास्थ्य और प्रसन्ता के लिए आज(13-10-2019)  खीर को चन्द्रमा की किरणों में रखें और खायें।  अश्विनी कुमार देवताओं के वैध है

Friday, 11 October 2019

राहु की महादशा में अगर राहु कुण्डली में 1, 4, 8, 9 भाव में हो तो कष्टों अड़चनों से बचाव हेतु धर्मस्थान की टॉयलेट यां सीढिआँ की सफाई करें।  लाभ होगा। 

Monday, 7 October 2019

🌞🌞🌞कोई भी ग्रह अपना अच्छा असर नहीं दे सकता अगर जन्मपत्री में  उस  ग्रह की दुरी सूर्य  से 3 डिग्री के भीतर में हो।🌞🌞🌞

Sunday, 6 October 2019

 साढ़ेसाती और ढैया में गोचर में शनि दूसरे या बाहरवें भाव में आ जाए
तो जेल जाने की सम्भावना होगी। पीपल पूजा सर्वोत्तम है। 

Thursday, 3 October 2019

मूल मन्त्र यानि असली मन्त्र

                         

                                पवित्र और सिद्ध मंत्र         

एक ओंकार  सतनाम करता  पुरख निरभऊ निरवैर अकाल मूरत अजूनि सैभं गुर प्रसाद।। जप।। 

कलयुग में गुरु नानक देव जी द्वारा रचित यह सिद्ध मन्त्र  परमपिता परमात्मा के बारे में बतलाता है जिस की हर धर्म अलग अलग रूप में पूजा करते हैं। श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की बानी का आरंभ मूल मन्त्र से होता है। इस मंत्र का जप करने मात्र से सब दुखों कलेशों का नाश होता है।
एक ओंकार : अकाल पुरख परमात्मा एक है।
सतनाम : अकाल पुरख का नाम सबसे सच्चा है।
करता पुरख :सब कुछ वही करता है।
निरभऊ : अकाल पुरख को कोई डर नहीं है।
निरवैर : अकालपुरख का कोई वैरी नहीं है ना ही किसी से कोई दुश्मनी है।
अकाल मूरत : प्रभु काल रहित है। जन्म मृत्यु से परे है।
अजूनि : योनियों में नहीं होता ना पैदा होता है ना मरता है।
सैभं: उसको न तो किसी ने जन्म दिया और ना ही कोई उसे पैदा करता है। वो खुद प्रकाश हुआ है।
गुर प्रसाद : गुरु की कृपा से परमात्मा मिलता है।
 

Wednesday, 2 October 2019

 रसोई में काळा ग्रेनाइट(BLACK GRANITE) लगवाने से घर में रीढ़ 

की हड्डी और स्पाइनल कोड में नुक्स, पिठ दर्द होता है।