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Monday, 28 October 2019
बाधक ग्रह के उपाय
बाधक ग्रह हर कार्य में बाधा डालने वाला ग्रह होता हे जिस का समय से ज्योतिष उपाय न करने से कुण्डली में अच्छे ग्रह भी अपना पूर्ण फल नहीं दे सकते।
Monday, 21 October 2019
Saturday, 19 October 2019
यजुर्वेद ( ३४। ५१ ) में लिखा है जो सुवर्ण धारण करते हैं, राक्षस और पिशाच उन पर आक्रमण नहीं कर सकते। यह देवताओं का प्रथम तेज है। जो इस तेज को धारण करता है , वह देवलोक और मनुष्य लोक - सकल स्थानों में दीर्घायु होता है। इन सब तामसिक कर्मों को दूर करने के लिए जो सात्विक कार्य होना चाहिए , इस को करने वाला चोर हो, ठग हो, मतलबी हो या धूर्त हो या लुटेरा हो इस का दोष शास्त्र पर नहीं आ सकता। समाज में पाखंडी लोगों का बहिष्कार करें तभी शास्त्रों का सही ज्ञान लोगों तक पहुंचेगा।
Friday, 18 October 2019
Thursday, 17 October 2019
Tuesday, 15 October 2019
Monday, 14 October 2019
Saturday, 12 October 2019
Friday, 11 October 2019
Monday, 7 October 2019
Sunday, 6 October 2019
Thursday, 3 October 2019
मूल मन्त्र यानि असली मन्त्र
पवित्र और सिद्ध मंत्र
एक ओंकार सतनाम करता पुरख निरभऊ निरवैर अकाल मूरत अजूनि सैभं गुर प्रसाद।। जप।।
कलयुग में गुरु नानक देव जी द्वारा रचित यह सिद्ध मन्त्र परमपिता परमात्मा के बारे में बतलाता है जिस की हर धर्म अलग अलग रूप में पूजा करते हैं। श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की बानी का आरंभ मूल मन्त्र से होता है। इस मंत्र का जप करने मात्र से सब दुखों कलेशों का नाश होता है।
एक ओंकार : अकाल पुरख परमात्मा एक है।
सतनाम : अकाल पुरख का नाम सबसे सच्चा है।
करता पुरख :सब कुछ वही करता है।
निरभऊ : अकाल पुरख को कोई डर नहीं है।
निरवैर : अकालपुरख का कोई वैरी नहीं है ना ही किसी से कोई दुश्मनी है।
अकाल मूरत : प्रभु काल रहित है। जन्म मृत्यु से परे है।
अजूनि : योनियों में नहीं होता ना पैदा होता है ना मरता है।
सैभं: उसको न तो किसी ने जन्म दिया और ना ही कोई उसे पैदा करता है। वो खुद प्रकाश हुआ है।
गुर प्रसाद : गुरु की कृपा से परमात्मा मिलता है।
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