घर के ईशान कोण (North-East Direction) में
पूजा घर, बच्चों का कमरा, वाटर टैंक,
ड्राइंग रूम, लिविंग रूम
बनाया जा सकता है।
भवन का मुख्य द्वार ब्राह्माण को पूर्व ,
क्षत्रिओं को उत्तर में ,वैश्ये को दक्षिण में,
शूद्रों को पश्चिम में ज्यादा लाभ देता है
ऐसा शास्त्रों में लिखा है।
घर के देवी देवताओं की प्रतिमा जो 6 इंच
से ज्यादा बड़ी हो, मत रखें, कैलेंडर और तस्वीरें
रखने की कोई मनाही नहीं है।
दो शिवलिंग, तीन गणेश, दो शंख, दो गोमती
चक्र और दो शालग्राम इकठा नहीं रखने चाहिए।
बरामदा घर के उत्तर या पूर्व में ही बनाना चाहिए।
घर की दक्षिण में भंडार, ऊँचे वृक्ष और अगन्ये कोण में जेनरेटर सेट
बिजली के मीटर, इन्वर्टर, मैन स्वीच होना चाहिए।
भवन का मुख्य द्वार ब्राह्माण को पूर्व ,
क्षत्रिओं को उत्तर में ,वैश्ये को दक्षिण में,
शूद्रों को पश्चिम में ज्यादा लाभ देता है
ऐसा शास्त्रों में लिखा है।
घर के देवी देवताओं की प्रतिमा जो 6 इंच
से ज्यादा बड़ी हो, मत रखें, कैलेंडर और तस्वीरें
रखने की कोई मनाही नहीं है।
दो शिवलिंग, तीन गणेश, दो शंख, दो गोमती
चक्र और दो शालग्राम इकठा नहीं रखने चाहिए।
बरामदा घर के उत्तर या पूर्व में ही बनाना चाहिए।
घर की दक्षिण में भंडार, ऊँचे वृक्ष और अगन्ये कोण में जेनरेटर सेट
बिजली के मीटर, इन्वर्टर, मैन स्वीच होना चाहिए।
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