अगर ख़बरों की माने तो कोरोना वायरस का पहला मरीज नवम्बर 17, 2019 को चीन के वुहान शहर में मिला था। इस दिन की कुण्डली में धनु लग्न और मिथुन राशि थी लग्न में ब्रहस्पति-शनि-प्लूटो की युति और सप्तम में चन्द्रमा-राहु की युति यानि ग्रहण। मंगल-बुध एकादश भाव में और सूर्य-शुक्र बारवें भाव में विराजमान है।इस कुण्डली में तक्षक नामक कालसर्प योग बन रहा है। धनु लग्न की कुंडली में धन भाव, सप्तम और अष्टम के स्वामी शनि, बुध और चन्द्र ग्रह मारक प्रभाव भी देते हैं। केन्द्र में गुरु केन्द्राधिपति दोष से ग्रसित है।
28 नवम्बर 2019 तक ब्रहस्पति-बुध-चन्द्र दशा चल रही थी सप्तम और अष्ठम इस कुण्डली में मारक ग्रह हैं।
15 जनवरी 2020 तक ब्रहस्पति-बुध-मंगल प्रत्यंतर दशा मंगल व्यय भाव और अग्नि का स्वामी इस लिए प्रभाव तेजी से शुरू हुआ।
18 मई 2020 तक ब्रहस्पति-बुध-राहु प्रत्यंतर दशा में प्रभाव ज्यादा रहे।
इस दशा के बाद स्थिति सामान्य होगी क्योंकि ब्रहस्पति-बुध- ब्रहस्पति प्रत्यंतर दशा में प्रभाव खत्म होना शुरू होगा।
28 नवम्बर 2019 तक ब्रहस्पति-बुध-चन्द्र दशा चल रही थी सप्तम और अष्ठम इस कुण्डली में मारक ग्रह हैं।
15 जनवरी 2020 तक ब्रहस्पति-बुध-मंगल प्रत्यंतर दशा मंगल व्यय भाव और अग्नि का स्वामी इस लिए प्रभाव तेजी से शुरू हुआ।
18 मई 2020 तक ब्रहस्पति-बुध-राहु प्रत्यंतर दशा में प्रभाव ज्यादा रहे।
इस दशा के बाद स्थिति सामान्य होगी क्योंकि ब्रहस्पति-बुध- ब्रहस्पति प्रत्यंतर दशा में प्रभाव खत्म होना शुरू होगा।
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