प्रेम प्रसंगों में सफलता के योग
कुण्डली में दो ग्रह एक ही राशि में हों तो उसे युति कहा जाता है। और जब दो ग्रह एक दूसरे से सातवें भाव में यानि 180 डिग्री पर हों तो प्रतियुति कहलाती है। प्रेम प्रसंगों में सफलता तब मिलती है जब इन दो ग्रहों की युति या प्रतियुति हो।
- सूर्ये-शुक्र की युति विवाह या प्रेम सम्बन्धों में सफलता तो देती है परन्तु बहुत टिकाऊ नहीं होते। समय के साथ इन में बदलाव आ जाता है।
- चंद्र - शुक्र की युति हो तो प्रेम संबंधों में सफलता प्राप्त होती है। प्रेम विवाह एवं शादी विवाह के समस्त कार्यों में सफलता मिलती है। विपरत लिंगी से लाभ प्राप्त होता है।
- मंगल-शुक्र की युति प्रेम प्रसंगों के लिए शुभ तो होती है मगर मन एक औरत मर्द पर सिथर नहीं रहता। मंगल की गर्मी से शुक्र या विपरीत लिंग की तरफ आकर्षण बना रहता है।
- बुध-शुक्र प्रेम सबंधों में सफलता प्राप्त होती है।
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