Astrology Research Centre, Hoshiarpur
औलाद का सुख और लाल किताब
दूजे छटे जब शुक्र जागे, मदद गुरु, रवि पाता हो
मच्च रेखा परिवार क़बीले, औलाद दौलत सब उमदा हो
छटे रवि घर १२ होते, साथी मंगल बुध बनता हो
तीन राहु घर दोस्त बदले, लवलद कभी न होता हो
कुंडली में बृहस्पति, सूर्य, चन्द्र, बुध, शनि, राहु की स्तिथि से औलाद के सुख बारे देखा जाता है।
बृहस्पति खाना न 3, 8 में हो और मंगल 2, 5, 9, 12 में हो, बृहस्पति खाना न 1,5 में और सूर्य 2, 5,9,12 में हो
बृहस्पति खाना न 4 में और चन्द्र 2,5,9,12 में हो ।
सूर्य 3,8 में हो और मंगल 1,5 में हो, सूर्य 6,7 में हो और बुध 1,5 में हो, सूर्य 4 में हो और चन्द्र 1,5 में हो ।
चन्द्र 3,8खाना में और मंगल 4 में हो, चन्द्र 4 में और मंगल 3,8 में हो।
शुक्र खाना न 6,7 में और बुध खाना न 2,7 में हो, शुक्र 8,10 में और शनि 2,7 में हो, शुक्र 6 में हो और केतु 2,7 में हो तो औलाद का सुख मिलेगा।
बुध खाना न 12में हो और राहु 6,7 में हो, बुध 8,10 खाना में और शनि 6, 7 में हो, शनि 12 में और राहु 8,10 में हो और राहु 6 खाना में हो और केतु खाना न 12 में हो तो औलाद का सुख ज़रूर मिलता है।
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