लाल किताब के फ़रमान
#सूर्य और शुक्र की यति का फल#
औलाद पैदाइश देरी करता -लाभ सोना नहीं होता हो
एक वक़्त ग्रह एक ही चलता -दीगर जो नष्ट ही होता हो
सूर्य शुक्र की उम्र के सालो -योग शादी ना उमदा हो
सेहत माया ना उमदा जानो -मँदा औरत का होता हो ....
नेक हालत :- अगर जिस्म ख़ुद का अच्छा हो तो जानो दोनो में से एक ग्रह हमेशा ही अच्छा फल देगा।
खाना न १- अगर मंगल भी तख़्त पर बेठा हो तो सूर्य का फल मँदा होगा।पराई औरत की लगन मँदा फल ही देगा।
खाना न ७-तीर्थ यात्रा उत्तम फल दे।
खाना न ९- कभी अमीर कबी ग़रीब।
खाना न १०- चोथे घर में मदद या चन्द्रमा से मदद मिले तो अच्छा फल। बाक़ी घरों का अपना अपना फल होगा।
उपाय :- औरत की सेहत मंदी हो तो सोने की चूड़ी क़ायम करने से औलाद में मदद होगी।
शादी के बाद दोनो पति पत्नी में से एक गुड खाना छोड़ दें।
मन्दी हालत :- अगर पिता की उम्र लम्भी ना हो या छोटी उम्र में पिता से दूरी हो और औलाद देरी से हो मँदा फल ही जानें ।
खाना न १- औरत की सेहत और दिमाग़ी बीमारियाँ या पागलपन पराई औरत से सम्ब्न्ध जेल खाना तक ले जाए।
खाना न ७- दोनो ग्रहों की बजाय अब खली बुध न ७ का फल होगा। औरत से झगड़ा या उस की सेहत होगी ख़राब।
खाना न ९ - स्त्री का मँदा भाग।
खाना न १०- राज दरबार में हमेशा नाकामी और शनि हमेशा बुरा फल दे।साँप को दूध पिलाएँ। गों दान से हो कल्याण।
बाक़ी घरों में अपना अपना फल होगा।
Astrology research centre Hoshiarpur WhatsApp 9417355500
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.