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Friday, 22 May 2020
Tuesday, 19 May 2020
उपरत्नों का प्रयोग ओर विशेष गुण
रोगों में इन उप रत्नो को शुभ महूरत में धारण करने से लाभ होता देखा गया है।
सुनेला - गले के रोग, ज्वर, मासिकधर्म, नपुंसकता, दांत कस्ट में लाभ होता है
चंद्रकांत मनी- स्मृति, मानसिक शांति, अनिद्रा, दिल के रोग में लाभ होगा।फ़िरोजा - आने वाले गम्भीर ख़तरों से रक्षा करता है।कामशक्ति में वृद्दि करता है।ओपल - स्मरण शक्ति में वृद्दि करता है।दानाफिरेगा- गुर्दे के रोगों को दूर करता है।लाजवर्द - चर्म रोगों में उपयोगी है।
Sunday, 17 May 2020
नाबालिग़(MINOR) टेवा क्या होता हाँ?
नाबालिग़(MINOR) टेवा उसे कहते हेन जब बन्ध मुठी के खाने यानी केंद्र भाव 1,4,7,10 खाना ख़ाली हों या उन में पापी ग्रह शनि, राहु ओर केतु ही हों या अकेला बुध ही हो तो यह कुंडली नाबालिग़ टेवा होगा। बच्चे की क़िस्मत का हाल बारह साल की उम्र तक शक्की ही होगा ।
लाल किताब का यह असूल हाँ की ऐसे टेवा में पहले साल में सातवें भाव के ग्रह का असर, दूसरे साल में चोथे भाव के ग्रह का, तीसरे साल में नोवे खाना के ग्रह का,चोथे साल में दसवें, पाँचवें साल में ग्यारहवें, छटे साल में तीसरे, सातवें साल में दूसरे खाना में बेठे ग्रह का,आठवें साल में पाँचवें भाव में बेठे ग्रह का,नोवें साल में छटे भाव में बेठे ग्रह का, दसवें साल उम्र में बाहरवें भाव में बेठे ग्रह का, 11वे साल की उम्र में पहले घर के ग्रह का, 12वें साल उम्र में आठवें घर में बेठे ग्रह का उपाय करना होगा।
जो खाना ख़ाली हाँ उस की राशि के स्वामी ग्रह का उपाय करना होगा।
लाल किताब का यह असूल हाँ की ऐसे टेवा में पहले साल में सातवें भाव के ग्रह का असर, दूसरे साल में चोथे भाव के ग्रह का, तीसरे साल में नोवे खाना के ग्रह का,चोथे साल में दसवें, पाँचवें साल में ग्यारहवें, छटे साल में तीसरे, सातवें साल में दूसरे खाना में बेठे ग्रह का,आठवें साल में पाँचवें भाव में बेठे ग्रह का,नोवें साल में छटे भाव में बेठे ग्रह का, दसवें साल उम्र में बाहरवें भाव में बेठे ग्रह का, 11वे साल की उम्र में पहले घर के ग्रह का, 12वें साल उम्र में आठवें घर में बेठे ग्रह का उपाय करना होगा।
जो खाना ख़ाली हाँ उस की राशि के स्वामी ग्रह का उपाय करना होगा।
Thursday, 7 May 2020
आंख फड़कने का फल
दाहिनी आंख या भौहँ फड़के तो सब अभिलाषा पूर्ण होती है। बाईं आंख या भौहँ फड़के तो शुभ समाचार मिले। दाईं आंख के ऊपर की पलक फड़कती है तो धन कीर्ति आदि की वृद्धि होती है। नीचे की पलक फड़के तो अशुभ समाचार मिले।
बाईं ऑंख की ऊपरी पलक फड़कती है तो किसी दुश्मन से अधिक दुश्मनी हो सकती है। नीचे की पलक फड़कती है तो किसी से बेवजह बहस हो सकती है और अपमानित होना पढ़ सकता है। बाईं आँख की नाक की ओर का कोना फड़कता है तो शुभ होता है ,पुत्र प्राप्ति की सूचना मिल सकती है या किसी प्रिय व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है।
पुरुष की दाईं आँख फड़कना शुभ फल देता है ,मगर स्त्री की दाईं आँख फड़कना अशुभ माना जाता है।
दोनों आँखें अगर एक साथ फड़कती हैं तो औरत और पुरष दोनों के लिए शुभ होता है।
Monday, 4 May 2020
लाल किताब में किस रंग का पेन करता है उपाय ?
कुण्डली में बुध-शनि मुश्तरका का फल उम्दा होगा अगर गुरु मन्दा न हो और पेन नया पास रखें , जब तक पेन में रुकावट ना आये तब तक सब बढ़िया रहे।
मंगल-गुरु इकठे उत्तम असर हर तरफ से बढ़िया पीला रंग इस्तेमाल करें।
कुण्डली में बुध उत्तम तो विधाता की तालीम और अगर बुध-राहु उच्च तो सफेद हाथी निहायत उत्तम अगर नीच मसलन बुध 3 , 8 , 9 ,12 और राहु 1 , 5 ,7 ,8 ,11 तो जेलखाना या पागल खाना हर तरफ से मन्दा हरे रंग की कलम का इस्तेमाल करें।
मंगल-बुध शेर के दांत मगर शहद में रेत की तरह हरे रंग की कलम मुबारिक।
बुध उत्तम, बुध राहु शक्की, सूर्य-बुध उत्तम दो रंगी कलम जिस में लाल रंग शामिल हो।
मगल-केतु अगर कुण्डली में मनहूस तो लाल रंग का इस्तेमाल मत करें।
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