💰श्रुति गुन कर गुन पु जुग मृग हय रेवती सखाउ।
देहि लेही धन धरनि धरु गएहुँ न जाएहि काउ।💰
🕴श्रवण, धनिष्ठा, शत भिष, हस्त, चित्रा, स्वाति, पुष्य, पुनर्वसु , मृगशिरा , अश्वनी, रेवती और अनुराधा नक्षत्र में शुरू किया व्यापार एवं दिया धन चौगुना लाभ देता है। किसी भी कारण से धन डूबता नहीं।🕴
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