शनि का जन्म कुण्डली के सातवें भाव में होने से दश महा विद्या भगवती काली, तारा देवी , भुवनेश्वरी, बगला मुखी...की सिद्धि करना बहुत आसान होता है। दस महाविद्या में दस देवियों को उत्तर, पूर्व, दक्षिण और पश्चिम दिशा का द्योतक माना है।
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Thursday, 30 January 2020
Tuesday, 21 January 2020
व्यापार और धन वृद्धि कैसे होगी ?
💰श्रुति गुन कर गुन पु जुग मृग हय रेवती सखाउ।
देहि लेही धन धरनि धरु गएहुँ न जाएहि काउ।💰
देहि लेही धन धरनि धरु गएहुँ न जाएहि काउ।💰
🕴श्रवण, धनिष्ठा, शत भिष, हस्त, चित्रा, स्वाति, पुष्य, पुनर्वसु , मृगशिरा , अश्वनी, रेवती और अनुराधा नक्षत्र में शुरू किया व्यापार एवं दिया धन चौगुना लाभ देता है। किसी भी कारण से धन डूबता नहीं।🕴
Thursday, 16 January 2020
Wednesday, 8 January 2020
🌗सूर्य या चन्द्रमा ग्रहण में मन्त्र, जंतर या तन्त्र की सिद्धि की कोशिश मत करें। सिर्फ और सिर्फ अपने गुरु या इष्ट देवता का जप ही करें।🌒
चन्द्र ग्रहण 10 जनवरी 2020 रात्रि में अपने गुरु या ईस्ट देवता का मन्त्र जप करने से ग्रहण के दोष से मुक्ति मिलती है।सूर्य या चन्द्रमा ग्रहण का भाव दूसरे ज्योति-पिंड के प्रकाश की वह रुकावट जो उस पिंड के सामने किसी दूसरे पिंड के आ जाने से होती है। अगर चन्द्र या सूर्य को जब रुकावट पैदा हो रही हो तो उस समय कैसे कोई मन्त्र सिद्ध किया जा सकता है ? मुझे यह धारणा मिथ्या लगती है की सूर्य या चन्द्रमा को ग्रहण लगा हो और उस समय किसी भी मन्त्र, जंत्र या तन्त्र को सिद्ध किया जा सकता है। पुरातन ग्रन्थों में स्वार्थ सिद्ध योग, रवि या गुरु पुष्य योग और क्रांति साम्य काल आने पर किसी भी मन्त्र जंतर की सिद्धि का वर्णन किया है। जब सूर्य और चन्द्रमा को ग्रहण लगा हो या रुकावट आई हो तो ऐसे समय में कैसे सिद्धि प्राप्त करने के बारे कहा जा सकता है। जब कोई रुकावट या मुश्किल आए तो प्रभु सुमरिन या इष्ट देवता का जप ही करना चाहिए और कुछ नहीं ।
Tuesday, 7 January 2020
ज्योतिष की महिमा
चीनी ज्योतिषयों ने 4 जुलाई 1054 को वृष राशि तारामंडल में हुए विस्फोट के बारे में जानकारी हासिल की थी जिसे अब 1000 साल बाद वैज्ञानिकों ने (Crab nebula is a supernova in constellation of Taurus) सत्य माना है। इस से माना जा सकता है की कई बार ज्योतिष में विज्ञानं से पहले खोज की गई है।
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